20000 मे डेड बॉडी पहुंचाऊगा श्मशान घाट तक, जेल पहुंचाया ड्राइवर को (एसडीएम खालिद अंजुम )ने



गाजियाबाद शालीमार गार्डन इलाके में कोरोना पॉजिटिव सिक्योरिटी गार्ड की को मौत हो गई। सरकारी एंबुलेंस चालक ने शव का श्मशान घाट पहुंचाने के लिए बीस हजार रुपये मांगे। परिवार के पास इतना पैसा नहीं होने से रात भर शव गार्ड के कमरे में पड़ा रहा और गार्ड की पत्नी शव के पास बैठी रोती रही। सुबह आसपास के लोगों को इसकी जानकारी हुई तो पुलिस प्रशासन को जानकारी दी। जिसके बाद अधिकारी पहुंचे और एंबुलेंस मंगाकर शव को अंतिम संस्कार के लिए भेजा गया।




शालीमार गार्डन में निरंजन कुमार दुबे रहते है, जो कि सोसाइटी में एक गार्ड थे। चार दिन पहले उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इलाज नहीं होने के कारण बृहस्पतिवार दिन में उनकी मौत हो गई। शव को श्मशान घाट पहुंचने के लिए सरकारी एंबुलेंस चालक ने बीस हजार रुपए की मांग की, इतना पैसा नहीं होने की वजह से गार्ड की पत्नी शव को अंतिम संस्कार के लिए नहीं ले जा सकी। रात भर गार्ड की पत्नी अपने पति के शव के पास बैठी रोती रही। जो बाद में आठ हजार में तय हुई सुबह जब स्थानीय लोगों को इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने मामले की जानकारी पुलिस और प्रशासन को दी। 



यह मामला एसएचओ के के माध्यम से एसडीएम खालिद अंजुम के पास पहुंचा खालिद अंजुम की गिनती जिला प्रशासन के सजग अधिकारियों में होती है वह टेबल पर बैठकर नहीं बल्कि फील्ड में उतर कर निर्णय लेते हैं। रमजान के रोजे में उन्होंने अपने कर्तव्य का धर्म निभाया और मौके पर पहुंच पीड़ित परिवार वालों का पूरा माजरा जाना साथ ही आपदा की इस घड़ी में ड्राइवर के बर्ताव को लेकर उसको जेल भेजने के आदेश भी दिए साथ एंबुलेंस से गार्ड के शव को अंतिम संस्कार के लिए भिजवाया गया। नगर निगम की तरफ से गार्ड के रहने वाली जगह को सील कर दिया गया है।

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